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Galta Ji Temple Jaipur Rajasthan| बड़ी-बड़ी चट्टानों और पहाड़ों के बीच बना खूबसूरत गलता जी मंदिर जयपुर राजस्थान

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Galta Ji Temple Jaipur Rajasthan गलता जी मंदिर जयपुर राजस्थान

 

राजस्थान का गुलाबी शहर जयपुर, शानदार महलों, आलीशान किलो, मंदिरों, घाटियों अद्भुत वास्तुकला और राजसी इतिहास के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इन्हीं खूबसूरत मंदिरों के बीच एक प्रसिद्ध मंदिर स्थित है जिसे गलता मंदिर (Galta Ji Temple Jaipur) के नाम से जाना जाता है और यह मंदिर अरावली की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच अद्भुत सुंदरता लिए हुए स्थित है।

 

पहाड़ों से घिरा हुआ बहुत ही खूबसूरत और प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर यह स्थान (Galta Ji Temple Jaipur) किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है। गलता जी मंदिर जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 

गलता मंदिर (Galta Ji Temple Jaipur) में सात पवित्र कुंड हैं और एक ताजा पानी का झरना है, जिससे निरंतर पानी बहता रहता है। गलता मंदिर में गलता कुंड के नाम से एक पवित्र कुंड है जो हमेशा साफ और ताजा पानी से भरा रहता है।

 

एक चट्टान पर सफेद संगमरमर का बना गोमुख झरना है, जिससे पानी की धारा निरंतर गलता कुंड के अंदर गिरती रहती है। इस गोमुख झरने का उद्गम स्रोत आज तक पता नहीं लगाया जा सका है।

गलता में बने मंदिर गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित है और हरी-भरी पहाड़ियों के बीच किसी महल की तरह लगते हैं।

गलता मंदिर बंदरों की अलग-अलग प्रजातियों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर बहुत अधिक संख्या में बंदर देखने को मिल जाएंगे।

 

गलता एक खूबसूरत आध्यात्मिक स्थान है, जहां धार्मिक भजन किए जाते हैं। साथ ही यह प्राकृतिक सौंदर्य का अनुपम उदाहरण भी है जो पहाड़ों के बीच बना हुआ है और एक शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है।

 

Who built galtaji temple? गलता जी का मंदिर किसने बनवाया?

 

गलता मंदिर (Galta Ji Temple Jaipur) का निर्माण दीवान कृपाराम ने किया था। यह परिसर लगभग 18 वीं शताब्दी में निर्मित किया गया था और यह सवाई जयसिंह द्वितीय के आदेश पर निर्मित किया गया था। दीवान कृपाराम महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय के दरबार में सलाहकार थे और महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने दीवान कृपाराम को गलता मंदिर का निर्माण करने की जिम्मेदारी दी थी।

ऐसा माना जाता है की संत गालव ने इस पवित्र स्थल पर तपस्या करते हुए अपना जीवन बिताया था और उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान ने उन्हें आशीर्वाद दिया था। संत गालव के नाम से ही इस पवित्र स्थल का नाम गलताजी रखा गया है।

 

गलता मंदिर वास्तुकला

 

अरावली पर्वतमाला की पहाड़ियों के बीच स्थित इस खूबसूरत स्थान को इसकी वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है।

 यह खूबसूरत मंदिर किसी आलीशान महल से कम नहीं है। इस मंदिर में खूबसूरत चित्रों से सजी दीवारें हैं, बड़े-बड़े स्तंभ है, पानी से भरे हुए कुंड हैं। इस ऐतिहासिक परिसर में भगवान श्री राम, भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री हनुमान जी महाराज के भी मंदिर स्थित है। यह पूरा मंदिर परिसर एक आध्यात्मिक माहौल पैदा करता है, जहां पर गोमुख से गिरता हुआ शुद्ध और साफ पानी अमृत के समान माना जाता है।

मंदिर में लगे हुए खम्बो और छत पर बहुत ही बेहतरीन नक्काशी की गई है।

 

गलताजी घूमने का समय और किराया

 

गलता जी मंदिर में प्रवेश के लिए किसी प्रकार का कोई टिकट नहीं लिया जाता है, यह पूरी तरह से निशुल्क है |

गलताजी मंदिर की यात्रा किसी भी मौसम में की जा सकती है, लेकिन फरवरी से मार्च का महीना सुहावना होता है इसीलिए यह समय बेहतर होता है किसी भी जगह की यात्रा के लिए।

गलता मंदिर में मकर सक्रांति का विशेष महत्व है। मकर सक्रांति के समय गलता कुंड के पवित्र जल से स्नान करना धार्मिक दृष्टि से अच्छा माना गया है। इसलिए मकर सक्रांति के समय गलता तीर्थ में श्रद्धालुओं की बहुत भारी भीड़ रहती है। उस समय काफी लोग इस स्थान पर स्नान करने के लिए आते हैं।

 

Map Galta Ji Temple Jaipur

 

 

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