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albert hall museum in jaipur| राजस्थान का सबसे पुराना संग्रहालय जयपुर में अल्बर्ट हॉल संग्रहालय

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albert hall museum in jaipur जयपुर में अल्बर्ट हॉल संग्रहालय

 

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय (albert hall museum in jaipur), गुलाबी नगर जयपुर की प्रमुख पहचान है। जयपुर शहर को पर्यटन का शहर भी कहा जाता है। क्योंकि यह शहर अपने अंदर कई किले, इमारतें, महल, मंदिर और खूबसूरत धरोहर संजोए हुए हैं। उन्हीं में से एक है अल्बर्ट हॉल संग्रहालय(albert hall museum in jaipur), जो अपने अतीत की निशानियां लिए हुए कई दशकों से खड़ा हुआ है। आज इसी संग्रहालय के बारे में विस्तार से जानते हैं।

 

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर(albert hall museum in jaipur) का इतिहास

 

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर में स्थित है, और यह राजस्थान राज्य का सबसे पुराना संग्रहालय है। इस संग्रहालय की स्थापना महाराजा रामसिंह ने 6 फरवरी 1876 में करवाई थी। 

तत्कालीन समय में ब्रिटेन के महाराजा अल्बर्ट एडवर्ड सप्तम “प्रिंस ऑफ वेल्स” के रूप में भारत आ रहे थे, तो उनकी स्मृति के रूप में महाराजा रामसिंह ने अल्बर्ट हॉल का निर्माण प्रारंभ किया था।

इस संग्रहालय के निर्माण की जिम्मेदारी प्रसिद्ध वास्तुकार कर्नल एस जैकब को दी गई थी, जिन्होंने भारतीय और फारसी शैली के मिश्रण के रूप में इस भव्य इमारत का निर्माण करवाया। और इसके निर्माण के लिए swinton Jacob ने दुनिया भर के संग्रहालयों की जानकारी ली।

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर में न्यू गेट के सामने रामनिवास उद्यान में स्थित है।

 

 

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर (albert hall museum in jaipur) के प्रमुख आकर्षण

 

इस म्यूजियम में रखी है 2340 वर्ष पुरानी महिला की ममी

 

इस म्यूजियम में 2340 वर्ष पुरानी एक महिला की ममी रखी हुई है, जिसे जांचने के लिए मिस्र के एक्सपर्ट टीम को हाल ही में बुलाया गया था। यह ममी, मिस्र के एक प्राचीन नगर “पेनोपोलिस” से खुदाई के दौरान मिली थी।

 ऐसा बताया जाता है की मिस्र में उस समय एक कबीले के देवता की पूजा की जाती थी और यह महिला जिसका नाम “तूतू” बताया गया है, वह उस देवता के पुजारियों के परिवार की सदस्य थी।

यह ममी आज भी उसी तरह से दिखती है जैसे कि इस महिला की मौत अभी कुछ समय पहले ही हुई हो।

इस म्यूजियम के निर्माण के बाद 1880 में ब्रिटिश सरकार इस ममी को मिश्र से भारत लेकर आई थी। उसके बाद से यह ममी यहीं पर सुरक्षित रखी हुई है। इस ममी को देखने के लिए यहां हर साल देसी और विदेशी पर्यटक सैकड़ों की संख्या में आते हैं।

 

  • इस संग्रहालय में आपको यूरोपीय, मिश्र, चीनी, ग्रीक और बेबी लोलियान सभ्यताओं का चित्रण देखने को मिल जाएगा जो कि बहुत ही सुन्दर और आकर्षक है।
  • इस संग्रहालय में प्राचीन सिक्के, कलाकृतियां, मिट्टी के बर्तन, विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्र, अलग-अलग समय में इस्तेमाल किए गए हथियार, तलवारे, ढालें, कवच आदि देखने को मिल जाएंगे।
  • यहां 19वीं सदी की जापानी गुड़िया और ईरान, तुर्की, ब्रिटेन और जापान की अन्य कृतियां भी देखने के लिए उपलब्ध है।
  • यहां छठी शताब्दी के पूर्व के पंच चिन्हों वाले सिक्के उपलब्ध हैं। साथ ही चांदी और तांबे के सिक्के भी संग्रहित है, जो प्राचीन इतिहास को दर्शाते हैं।
  • यहां एक मेहंदी संग्रहालय है, जहां पर मेहंदी की कला को प्रदर्शित किया गया है।
  • संग्रहालय में कई प्राचीन चित्र, दरिया, हाथी दांत के बने सामान, कीमती पत्थर, मूर्तियां आदि आकर्षण के प्रमुख केंद्र है।

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय को देखने का समय

 

यह संग्रहालय सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है और शाम को 7:00 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक खुला रहता है। 

संग्रहालय में प्रवेश शुल्क

 भारतीय पर्यटकों के लिए टिकट प्राइस ₹40

भारतीय स्टूडेंट्स के लिए टिकट प्राइस ₹20

विदेशी पर्यटकों के लिए टिकट प्राइस ₹300

विदेशी स्टूडेंट्स के लिए टिकट प्राइस ₹150

 

 अल्बर्ट हॉल कैसे पहुंचे हैं

 

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर शहर के बीचोबीच स्थित है और जयपुर शहर अन्य देश के सभी शहरों से और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होने के कारण विदेशों से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए यहां बस, ट्रेन, हवाई यातायात किसी भी माध्यम से पहुंचा जा सकता है।

Map Albert hall Jaipur

 

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